जब कुछ नहीं रहा पास तो रख ली तन्हाई संभाल कर मैंने, वो हर बार मुझे छोड़ के चले जाते हैं तन्हा !! “मैं आख़िर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक नही रहा, कलीम आजिज़ टैग : ज़िंदगी शेयर कीजिए मेरी https://youtu.be/Lug0ffByUck