उत्तरपथ में आप बठी, हाथ सिद्ध वाचा ऋद्धि-सिद्धि । धनधान्य देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।। वज्र पानी पिबेच्चांगे डाकिनी डापिनी रक्षोव सर्वांगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, तांत्रिक साधना में जो मंत्र इस्तेमाल किए जाते हैं, उन्हें सबसे पहले सिद्ध किया जाता है और उसके बाद ही उसका इस्तेमाल https://baglamukhi31974.blogofchange.com/35916847/the-fact-about-matangi-that-no-one-is-suggesting