इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है. लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती या भुज ते महिषासुर मारि और शुम्भ निशुम्भ दोऊ दल थम्बा आरत हेतु पुकारत हौं, जाइ कहां बैठी जगदम्बा खड्ग टूटो कि खप्पर फूटो कि सिंह थको तुमरो जगदम्बा आज तोहे माता https://thomass742lqu5.bloguerosa.com/34619410/indicators-on-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-you-should-know